विडंबना : भारत में राष्ट्रपति बनने के लिए हिंदी जानना जरूरी नहीं, जबकि डाकिया की नौकरी के लिए अंग्रेजी का ज्ञान होना आवश्यक है.


Friday 16 April 2010

भावों की सही अभिव्यक्ति के लिए उपयुक्त शब्दों का इस्तेमाल जरूरी

किसी भी समाचार को पढ़ कर पाठक तो यह समझ ही लेगा कि इसका भाव क्या है. फिर भी भावों की सही अभिव्यक्ति के लिए उपयुक्त शब्दों का इस्तेमाल जरूरी है. आठवीं बोर्ड परीक्षा से संबंधित समाचार में मेधा सूची या मेरिट लिस्ट के स्थान पर वरीयता सूची लिखा गया है. परीक्षाओं के परिणाम विद्यार्थी की प्रतिभा या मेधा के आधार पर तय होते हैं. इसलिए प्राप्तांक के आधार पर बनायी गयी सूची के लिए वरीयता सूची लिखना गलत है. वरीयता का इस्तेमाल तो ग्रहण या मान्य करने के लिए किसी वस्तु या बात को औरों की अपेक्षा अच्छा समझने, अधिमान या प्राथमिकता की अभियक्ति के लिए होता है. प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की सूची उनकी प्रतिभा के आधार पर बनती है. यह सूची प्राथमिकता के आधार पर कभी नहीं बनायी जाती. इसलिए मेधावी विद्यार्थियों के प्राप्तांक के आधार पर बनायी गयी सूची के लिए मेधा सूची लिखना ही सही है.
इसी प्रकार उपयोग या इस्तेमाल के स्थान पर अक्सर प्रयोग शब्द लिखा जाता है, जो गलत है. '...80.03 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया' और 'सलाद या पालक से बने खाद्य पदार्थों के साथ दही का प्रयोग बेहद फायदेमंद है' वाक्यों में 'प्रयोग' शब्द खटकने वाला है. प्रयोग प्रयोगशाला में होता है. जब किसी वस्तु का पहली दफा उपयोग या इस्तेमाल किया जाए, तब इसे प्रयोग कहा जाता है. बार-बार व्यवहार में लाने की अभिव्यक्ति के लिए उपयोग या इस्तेमाल लिखना ही सही है. उपयोग या इस्तेमाल की जानेवाली वस्तुओं का फल मालूम रहता है, जबकि प्रयोग की जानेवाली वस्तुओं का परिणाम प्रयोग के बाद ही जाना जा सकता है, जो सकारात्मक भी हो सकता है और नकारात्मक भी. इसलिए प्रयोग शब्द का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना जरूरी है.

1 comment:

  1. आश्‍चर्य! पहले कभी इस बारे में सोचा नहीं। सहज अभ्‍यास से प्रयोग और उपयोग का इस्‍तेमाल करते रहे।

    क्‍या इस बारे में किसी नियम का संदर्भ दे सकते हैं?

    - आनंद

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